नैनीताल दुग्ध संघ में हुए भ्रष्टाचार व मिलावटी दूध सप्लाई को लेकर HC हुआ सख्त

उत्तराखंड हाई कोर्ट में नैनीताल दूध संघ में फर्जीवाड़े और घटिया दूध की सप्लाई के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। मामले में हुई सुनवाई के बाद कोर्ट ने याचिकाकर्ता से 1 सप्ताह के भीतर भ्रष्टाचार से जुड़े सबूतों को कोर्ट में पेश करने को कहा है।
आपको बता दें कि लाल कुआं निवासी नरेंद्र सिंह कार्की ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर कहा कि नैनीताल दुग्ध संघ में चरम सीमा पर भ्रष्टाचार कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है जिसमें प्रदेशवासियों को अधोमानक दूध की सप्लाई की जा रही है। जिसके पीने से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है जिसमें वर्ष 2020 के अंतिम 3 माह में लगभग 48 टैंकर करीब 5 हजार लीटर दूध जांच के दौरान सभी मांगों में फेल होने के बावजूद प्रदेश भर में दूध की सप्लाई की गई।
याचिकाकर्ता का यह भी कहना है कि दुग्ध उत्पादन संघ के चेयरमैन फर्जी तरीके से मेंबरशिप अर्जित कर चेयरमैन बने हुए है। इन्होंने कभी भी संघ के लिए दूध की सप्लाई नहीं की है। चेयरमैन पर यह भी आरोप है कि दुग्ध सप्लाई के लिए जिन टैंकरों का उपयोग किया जा रहा है उनका ठेका अपने भाई के नाम से लिया हुआ है।