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अल्मोड़ा

अल्मोड़ा में संचालित 145 इंटर कॉलेज में से केवल 13 में प्रधानाचार्य तैनात

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जिले में 90 प्रतिशत इंटर कॉलेज मुखिया विहीन है। यहां संचालित 145 इंटर कॉलेज में से केवल 13 में प्रधानाचार्य तैनात हैं। 132 राजकीय इंटर कॉलेज में प्रिंसिपल नहीं हैं। ऐसे में शिक्षकों, कर्मचारियों के वेतन आहरण, अन्य बिलों के भुगतान में समस्या आ रही है। शिक्षक इसके लिए अन्य विद्यालयों में तैनात प्रभारी प्रधानाचार्यों के यहां चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं।

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विद्यालयों के प्रवक्ताओं को प्रधानाचार्य का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इससे संबंधित विषय का शिक्षण कार्य भी प्रभावित होता है। इस बदहाल व्यवस्था का खामियाजा जिले के इन विद्यालयों में पढ़ने वाले 33756 विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। इन सब के बीच शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के दावे हो रहे हैं। 

भैंसियाछाना, धौलादेवी के किसी भी विद्यालय में नहीं हैं प्रधानाचार्य
भैंसियाछाना और धौलादेवी ऐसे विकासखंड हैं, जहां किसी भी इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य नहीं हैं। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इन दोनों विकासखंडों में 21 इंटर कॉलेज हैं। इनमें किसी में भी प्रधानाचार्य नहीं हैं।

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शिक्षकों के भी 854 पद रिक्त
जिले के इन 145 जीआईसी में शिक्षकों के भी 854 पद रिक्त हैं। जीआईसी में प्रवक्ताओं के 1333 पद स्वीकृत हैं। 591 पद कई वर्षों से रिक्त हैं। एलटी संवर्ग में स्वीकृत शिक्षकों के 1716 पदों के सापेक्ष 263 की तैनाती नहीं हुई है।

ये काम हो रहे हैं प्रभावित

  • प्रभारी प्रधानाचार्यों के पास आहरण-वितरण का अधिकार नहीं है। इस कारण शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन, अन्य बिलों के भुगतान में दिक्कतें आ रही हैं।
  • वर्ष 2017 से एलटी और प्रवक्ता से प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति नहीं हुई। पदोन्नति न होने से प्रधानाचार्य के खाली पदों पर तैनाती नहीं हो पा रही है।

प्रधानाचार्यों के रिक्त पदों की सूचना शिक्षा निदेशालय को दी गई है। नियुक्ति शासन स्तर से ही संभव है। व्यवस्था के तहत कार्य किया जा रहा है। – अंबा दत्त बलोदी, सीईओ, अल्मोड़ा।

हाईस्कूल

  • अल्मोड़ा: जिले में 83 हाईस्कूल हैं इनमें से मात्र सात में ही स्थायी प्रधानाचार्य हैं जबकि 76 हाईस्कूल प्रभारी के भरोसे चल रहे हैं।
  • बागेश्वर: जिले में कुल 32 हाईस्कूल हैं। यहां भी सिर्फ सात हाईस्कूल में स्थायी प्रधानाचार्य हैं, शेष 25 प्रभारियों के भरोसे चल रहे हैं।

बागेश्वर के 58 जीआईसी में प्रधानाचार्य का पद खाली
जिले के 61 जीआईसी में से 58 सरकारी इंटर कॉलेज बगैर प्रधानाचार्य के संचालित हो रहे हैं। केवल तीन विद्यालयों में प्रधानाचार्य हैं। शेष 58 जीआईसी प्रभारी के भरोसे हैं। जिले में करीब दस साल से प्रधानाचार्यों की कमी बनी हुई है। हाल के वर्षों में करीब दस से अधिक सरकारी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य सेवानिवृत्त हुए लेकिन तैनाती एक पर भी नहीं हुई। अभिभावक प्रधानाचार्यों की कमी का मामला लगातार शिक्षा विभाग, नेता और सरकार के सामने उठाते रहे हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। 

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