एस०एस०जे० में बवाल : व्यापारी नेता सहित तीन घायल, एबीवीपी अध्यक्ष प्रत्याशी समेत कइयों पर केस, अभी तक नही हुई कोई गिरफ्तारी

अल्मोड़ा में चुनावी रंजिश में दो छात्र गुटों में भीषण संग्राम हो गया। देखते ही देखते वहां लात-घूसे और लाठी-डंडे चल पड़े। इस बवाल में तीन लोग घायल हुए हैं। आरोप है कि इस हंगामे के बीच एक युवक का गला घोंटने का प्रयास भी हुआ।
एसएसजे परिसर अल्मोड़ा में छात्रसंघ चुनाव प्रचार जोरों पर चल रहा है इन दिनों उत्तराखंड में छात्रसंघ चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। आए दिन छात्रगुटों में झड़पें भी हो रही हैं।
इधर, अल्मोड़ा के ऑफिसर्स कालोनी निवासी मयंक बिष्ट ने पुलिस को बताया कि गुरुवार रात वह लोग एनएसयूआई कार्यालय में सफाई कर घर जा रहे थे। मिलन चौक के पास रात 10 बजे नीरज बिष्ट, अजय बिष्ट, अशोक कनवाल, नवीन नैनवाल, व अन्य लोगों ने उनसे अभद्रता शुरू कर दी। विरोध करने पर आरोपियों ने लाठी-डंडों और निकिल से एकाएक प्रहार कर व्यापार मंडल महासचिव मयंक बिष्ट, एनएसयूआई कार्यकर्ता लोकेश सुप्याल, बाल विक्रम रावत, अमित नेगी, प्रत्येश कनवाल पर जोरदार हमला कर दिया।
मारपीट में एनएनयूआई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। मयंक के अनुसार उन लोगों को घायल करने के बाद दूसरे गुट के लोगों ने उसके गले से दो तोले के सोने की चैन व बाल विक्रम सिंह रावत का मोबाइल तोड़ा। साथ ही अमित नेगी का गला घोंटने का प्रयास किया गया। जाते जाते दूसरे पक्ष के लोग उन्हें धमकी दे गए कि ये सिर्फ ट्रेलर है। चुनाव होने तक एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को और सबक सिखाया जाएगा।
पांच नामजद समेत अन्य पर मुकदमा कोतवाल अरुण कुमार ने बताया कि इस मामले में मयंक बिष्ट ने तहरीर सौंपी थी। तहरीर के आधार पर नीरज बिष्ट, अजय बिष्ट, अशोक कनवाल, नवीन नैनवाल, व अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मारपीट में तीन युवक घायल हुए हैं।
आखिर प्रशासन क्यों चुप बैठा हुवा है, इस तरह की चुप्पी से आने वाले भविष्य में बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती है, पूछने का विषय है कि प्रशासन अभी तक इसमें कोई कार्यवाही क्यों नहीं की है।