सड़कों पर शाम ढलते ही गुलदारों का राज हो जाता है। नेशनल हाईवे पर गुलदारों के झुंड से जाम लग रहा है। पहाड़ से मैदान तक की सड़कों पर गुलदार झुंड में दिखाई देने आम हो गए हैं। इससे रोजमर्रा के काम करने वाले ग्रामीण इलाकों के लोगों का जीवन यापन प्रभावित हो गया है।
कामकाजी महिलाएं लकड़ी बीनने और चारा पत्ती के लिए जंगल जाने से परहेज करने लगे हैं। दरअसल, पिछले कुछ समय से चम्पावत जिले में गुलदार का आतंक तेजी से बढ़ा है। मैदानी क्षेत्र से लगे बूम रेंज के सूखीढांग में दो साल से गुलदार सक्रिय है।
यहां पर अब तक 40 से अधिक लोग गुलदार के हमले में घायल हो चुके हैं। ढाई माह से एक गुलदार को वनकर्मी खोज रहे हैं लेकिन न तो गुलदार पिंजरे में फंसा और न ही ट्रेंकुलाइज हो सका। इसके बाद एनएच से बडोली गांव में गुलदार का आतंक बरकरार है। यहां दिनदहाड़े गांव के बीचोंबीच दो गुलदार घूमते नजर आए थे।
इसके बाद चम्पावत के मानेश्वर में भी गुलदार की चहलकदमी देखी गई। अब लोहाघाट क्षेत्र भी गुलदार की दहशत में आ गया है। यहां प्रेमनगर के अलावा गलचौड़ा, छमनियां में लगातार गुलदार का आतंक बना हुआ है। बीते दिन एक और वीडियो सामने आया है, जिसे लोग मायावती आश्रम सड़क का बता रहे हैं।
आमतौर पर लोहाघाट के प्रेमनगर, पाटन, छमनियां, गलचौड़ा के लोग सुबह और शाम पॉलिटेक्निक की ओर वॉक पर निकलते हैं। लेकिन गुलदार की दहशत और तमाम वीडियो सामने आने के बाद लोगों का निकलना बंद हो गया है।
लोग ग्रुप में ही यहां पर सुबह और शाम पैदल निकल रहे हैं। यहां पर दोपहिया वाहन में सवार दो लोगों पर अब तक गुलदार हमला कर चुका है। रेंजर दीप जोशी ने लोगों से भ्रामक चीजें न फैलाने की अपील की है।