ग्रामालोक कार्यक्रम द्वारा साहित्य अकादमी उत्तराखंड के गावों तक

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साहित्य अकादमी द्वारा ग्राम बकस्वाड़ अल्मोड़ा में ग्रामालोक कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें साहित्यकार त्रिभुवन गिरी, डॉ हयात रावत, नवीन बिष्ट, विपिन जोशी कोमल, शंकर जोशी और डॉ ललित चन्द्र जोशी योगी ने अपनी हिंदी रचनाओं का पाठ किया। इस कार्यक्रम के संयोजक और सदस्य परामर्श मंडल साहित्य अकादेमी के प्रो देव सिंह पोखरिया रहे। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। अध्यक्षता त्रिभुवन गिरि महाराज ने की। मुख्य अतिथि रूप में लमगड़ा के ब्लॉक प्रमुख विक्रम सिंह बगडवाल ने की।

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कार्यक्रम के संयोजक प्रो देव सिंह पोखरिया ने साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित हो रहे कार्यक्रमो की सूचना दी। उन्होंने बताया कि ग्रामालोक कार्यक्रम भारतवर्ष के ग्रामों में आयोजित हो रहे हैं, पूरे साल में सौ से ज्यादा कार्यक्रम भारत के अलग अलग ग्रामों में क्षेत्र के कवियों की रचनाओं का पाठ किया जा रहा है। बकस्वाड़ गांव जैती के समीप है। कई गांवों के मध्य में स्थित यह गांव सही मायने में यह ग्रामालोक है।

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उन्होंने बताया कि साहित्य अकादमी की स्थापना 1954 में की गई, साहित्य अकादमी 24 भाषाओं में पूरे भारत अपने कार्यक्रम कराती है, मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर भारत सरकार के अंतर्गत ग्रामालोक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। साहित्य अकादमी का यह कार्यक्रम इस गांव में पहली बार आयोजित हुआ है जिससे साहित्यिक पहचान मिलेगी। इस अवसर पर संचालन विपिन जोशी ने और आभार साहित्य अकादेमी के सदस्य प्रो देव सिंह पोखरिया ने किया। ग्रामालोक कार्यक्रम ने ग्रामीण भी उपस्थित रहे।

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