पुरोला में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। यमुना घाटी के तीनों बाजार बंद कर दिए गए हैं। बड़कोट, पुरोला, नौगांव के सभी बाजारों में कोई दुकान नहीं खुली। वहीं महापंचायत के लिए पुरोला जाने की जिद पर अड़े हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं व व्यापारियों को पुलिस ने पुरोला जाने से रोका। पुलिस के साथ देर तक नोंकझोक के बाद प्रदर्शनकारी यही धरने पर बैठ गए, जिसके चलते यहां लंबा जाम लग गया।
आज गुरुवार 15 जून को पुरोला में प्रस्तावित महापंचायत को लेकर जिला प्रशासन ने बुधवार शाम ही क्षेत्र में धारा-144 लागू कर दी थी। जिले के बॉर्डर भी सील कर दिए गए। भारी संख्या में क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया गया, बावजूद आज व्यापारी और हिंदू संगठनों के लोग महपंचायत करने की जिद पर अड़े हैं।
बडकोट: प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ धक्कामुक्की
पुरोला जाते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा रोकने के बाद हिन्दू वादी संगठन धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे लोगों ने जबरन पुरोला जाने की कोशिश की। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ धक्का मुक्की हुई, लेकिन मौजूद भारी पुलिस फ़ोर्स के कारण प्रदर्शनकारी आगे नहीं बढ़ पाए। अब प्रदर्शनकारी गिरफ्तारी पर अड़े हुए हैं। कई हिन्दूवादी संगठन के लोग बड़कोट तिलाडी पौंटी राजगढ़ी मार्ग से पुरोला की ओर निकले। सुबह से ही हिन्दू वादी संगठन के लोगों ने पुलिस प्रशासन को खूब छकाया।
उत्तरकाशी: एसडीएम ने की अपील, भ्रामक सुचना न करें प्रसारित
पुरोला प्रकरण को देख रहे एडीएम तीर्थपाल सिंह ने जनता से अपील करते हुए कहा कि पुरोला घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना न प्रसारित की जाए। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने पुरोला में शांति व्यवस्था बनाने में जनसहयोग से अपील की है।