दो विदेशी गिरफ्तार साइबर अपराधी गिरफ्तार, हड़पे थे लाखों रूपये

उत्तराखंड एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरअसल एसटीएफ ने दिल्ली में बैठकर हॉन्गकॉन्ग, वियतनाम और चीन के साइबर ठगों को भारतीय सिम भेजने के दो आरोपी एसटीएफ की साइबर थाना पुलिस की गिरफ्त में आ गए है । शुरुआती जांच में पता चला कि फर्जी पहचान पत्रों पर लिए गए 500 से अधिक सिम को आरोपी विदेश भेज चुके हैं। इनके कब्जे से भी 82 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। वही एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने देहरादून में एसटीएफ कार्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने बताया कि साइबर थाने में एक व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था।
उनको रैंकन टेक्नोलॉजी कंपनी नाम से एक मैसेज भेजकर घर बैठे ऑनलाइन कमाई का झांसा दिया गया था। आरोप है कि इसके बाद टेलीग्राम ग्रुप से जोड़कर साइबर ठगों ने 22.89 लाख रुपये हड़प लिए। इस दौरान ठगों ने एक भारतीय और एक विदेशी नंबर का उपयोग किया। पुलिस जांच के दौरान इन खातों में लिंक मोबाइल नंबर खंगाले गए। पता चला कि यह बैंक खाते फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खोले गए हैं। यह बात भी सामने आई कि इस फर्जीवाड़े में तिब्बती नागरिक तेन्जिंग चोफेल (28) पुत्र लोपसांग तेन्जिंग और भूटानी नागरिक ललिता थापा (27) पुत्री ज्ञान बाहदुर थापा दोनों हाल निवासी ब्लॉक-तीन मजनू का टीला न्यू अरुणानगर तिमारपुर दिल्ली शामिल हैं। दोनों को तिमारपुर दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया ।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी नामी कंपनियों से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट बनाकर आम जनता को घर बैठे मोटी कमाई के मैसेज भेजते थे। इसके जरिए आरोपी धोखाधड़ी करते थे। एसएसपी एसटीएफ के मुताबिक, पकड़े गए आरोपी विदेशी साइबर ठगों के संपर्क में रहते थे। भारतीय सिम एक्टिवेट कराकर इनको विदेश भेजा जाता था। इसके बाद वहां से साइबर ठगी को अंजाम दिया जाता था। वही पुलिस मामले में आगे की जांच में जुट गई है।