रुड़की के राजपुताना स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए मेयर गौरव गोयल ने कहा नगर निगम में उनके कार्यकाल में दस बोर्ड बैठक हुई जिसमें विकास के कार्यों का काम कम हुआ जबकि हंगामा करना और मीडिया के सामने उछल कूद करना कुछ पार्षदों का मकसद रहा। उन्होंने कहा कि उनकी सादगी और स्वभाव पर 30 हजार वोट जनता द्वारा दिए गए। उन्होंने कहा कि अब उन्हें लगा कि वह जनता के विश्वास पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं इसलिए इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि जब शपथ लेकर निगम गए तो बहुत खामियां मिली।
वहां देखा तो तत्कालीन नगर आयुक्त और सहायक नगर आयुक्त ने अपना राज चला रखा था अधिकारियों का कहना था कि वह सत्ता के विपरीत मेयर बनकर आए हैं और उन्हें सत्ता के हिसाब से नौकरी करनी है। उन्होंने कहा कि रुड़की नगर निगम की एसआईटी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी और धामी की सरकार देश प्रदेश में अच्छा कार्य कर रहे हैं लेकिन विधायक प्रदीप बत्रा और मयंक गुप्ता जैसे लोग पार्टी को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह जीवन के अंतिम क्षण तक समाज की सेवा करूंगा, गंदी राजनीति से दूर रहूंगा।
बाईट- गौरव गोयल (पूर्व मेयर रूड़की)