थल क्षेत्र के सभी गावो में आठ दिनों तक चलने वाला आठू पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है ,थल क्षेत्र के थल पड़ाव गाव में भी यह पर्व पारंपरिक रूप में मनाया जाता है।
गावो में विशेष तौर इस पर्व को मनाया जाता है। जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक काफी उत्साह देखने को मिलता है ग्रामीण महिलाएं कुमाउनी परिधान में शानदार झोडा चाचरी का सुंदर गायन करते हुए नृत्य करते हैं। जिसका सभी ग्रामीण लुप्त उठाते हैं।