बरेली में सनकी किलर की तलाश, गांव-गांव खाक छान रहे 125 पुलिसकर्मी

बरेली के शाही क्षेत्र में अलग-अलग मामलों में छह महिलाओं की हत्या के राजफाश के लिए दर्जनभर टीमों में शामिल 125 पुलिसकर्मी गांव-गांव जाकर सुराग जुटा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। रविवार को भी टीमों ने भ्रमण कर ग्रामीणों से जानकारियां जुटाईं। वहीं ग्रामीणों में दहशत बरकरार है। वे इन घटनाओं के पीछे किसी सीरियल किलर होने की आशंका जता रहे हैं।
रोज सुबह पुलिसकर्मियों को लक्ष्य दिया जाता है, जिसे शाम तक पूरा कर रिपोर्ट देनी होती है। शाही थाने में पूर्व में तैनात रहे प्रभारी निरीक्षक अश्वनी कुमार और श्याम सिंह के साथ एसओजी प्रभारी सुनील शर्मा और सर्विलांस टीमें क्षेत्र में जांच कर रही हैं।
संदिग्धों को रोककर तलाशी ली जा रही है। उनका नाम-पता नोट करने के साथ ही वीडियो भी बनाया जा रहा है। आनंदपुर की प्रेमवती हत्याकांड के बारे में एसओजी ने दुनका स्थित ईंट भट्ठा संचालकों से लंबी पूछताछ की। पुलिस टीमों ने लमकन चकरपुर, विक्रमपुर लालकुआं, कुलछा, मंसूरगंज, परतापुर जाकर संदिग्धों की पड़ताल की।
एसआईटी प्रभारी बनाए गए एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने फतेहगंज पश्चिमी थाने जाकर उस घटनास्थल का निरीक्षण किया जहां शाही थाना क्षेत्र की महिला का शव मिला था। उन्होंने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी। टेंपो व ई-रिक्शा संचालकों से भी बात की।
19 जून को कुल्छा गांव की धानवती, 29 जून को आनंदपुर की प्रेमवती, 22 जुलाई को खजुरिया की कुसुमा देवी, 10 अगस्त को मजरा मुबारकपुर की शांति देवी और 23 अगस्त को गांव सेवा ज्वालापुर निवासी वीरवती की हत्या हुई थी। पांच महिलाओं के परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, जबकि इसी तरह एक अन्य मामले में शिकायत नहीं की गई है।