नई दिल्ली। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से जुड़े ‘कैश फार क्वेरी’ मामले में संसदीय एथिक्स कमेटी ने लोकसभा में अपनी रिपोर्ट पेश की। यह रिपोर्ट पेश होते ही विपक्षी सांसदों ने संसद में हंगामा शुरू कर दिया, जिस वजह से लोकसभा को दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
खबरों की मानें तो एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की गई थी। दो बजे सदन शुरू होने पर करीब घंटे भर चर्चा के बाद सदन ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता खत्म करने की सिफारिश को ध्वनि मत से स्वीकार कर लिया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने इसका ऐलान कर दिया। विपक्षी सदस्यों ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन के प्रस्ताव को लोकसभा में स्वीकार किए जाने के बाद वाक-आउट कर दिया। सदन के बाहर महुआ मोइत्रा ने मीडिया के सामने कहा कि सभी आरोप गलत हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने अडानी का मुद्दा उठाया था। उन्होंने पूछा कि उनके खिलाफ आरोप लगाने वाले बिजनेसमैन को क्यों नहीं बुलाया गया। मोइत्रा ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई सदन का ध्यान भटकाने के लिए की गई है। लोकसभा में बीजेपी के सांसद विजय सोनकर ने तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की। लोकसभा के एजेंडे में यह रिपोर्ट पहले चार दिसंबर की लिस्ट में थी, लेकिन इसे पेश नहीं किया गया। पिछले हफ्ते सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में टीएमसी नेताओं ने मोइत्रा को सदन से निष्कासित करने का कोई भी निर्णय लेने से पहले रिपोर्ट पर चर्चा की मांग की।