मेरा रूप देख कर चंद्रमा शरमा गया

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धौलछीना। धौलछीना में आयोजित रामलीला में मंगलवार रात को सूर्पनखा नासिका छेदन का सुंदर मंचन किया गया। सूर्पनखा का नृत्य देखने के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ी। पंचवटी में पहुंची सूर्पनखा राम लक्ष्मण को रिझाने का प्रयास करती है। सूर्पनखा रहती है मेरा रूप देख के चंद्रमा शरमा गया और छिप गया, मो पे इन्द्र मोहित हो गया, मुझे देख ऋषियन तप गया, राम और लक्ष्मण सूर्पनखा को ठुकरा देते हैं। रामलीला के छठे दिवस में सूर्पनखा द्वारा राम लक्ष्मण को रिझाना, खर दूषण वध, रावण सूर्पनखा संवाद, रावण मारीच संवाद, सीता हरण के दृश्यों का मंचन किया गया। मुख्य अतिथि विधायक मनोज तिवारी ने भगवान राम के चरित्र को अपने जीवन में उतारने की अपील की, तथा दर्शकों के बैठने के स्थान पर पक्की छत बनाने का आश्वासन दिया। यहां राम की भूमिका दिव्यांश रावत लक्ष्मण हितेश मेहरा सीता रेनू नेगी रावण उमेश मनराल, खर हरिवंश बिष्ट दूषण कुंदन मेहरा, सूर्पनखा डौली मेहरा तथा सूर्पनखा नृत्यकी का किरदार गुंजन, महक तथा नेहा ने निभाया। रामलीला देखने के लिए देर रात तक बड़ी संख्या में दर्शन जम रहे । रामलीला के बीच में हास्य कलाकार सुनील तिवारी हैंडसम द्वारा दर्शकों का खूब मनोरंजन किया गया।रामलीला मंचन के दौरान मुख्य संयोजक मनोज सनवाल, सभासद अर्जुन बिष्ट, जिला महासचिव गीता मेहरा, गणेश मेर , रामलीला कमेटी जमराड़ी अध्यक्ष भगवान सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष मंगल रावत आदि लोग मौजूद रहे।

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