पैसे मांगने पर युवती को आग के हवाले किया, फिर अस्पताल में कराया भर्ती; पिता ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

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दून में पैसों की खातिर नौकरीपेशा युवती को आग के हवाले कर दिया। युवती के पिता पुलिस में मुकदमा कराने के लिए भटक रहे हैं। बता दें कि आग से झुलसी युवती मौत से संघर्ष कर रही है। पुलिस जांच में लगी है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में मुकदमा तक दर्ज नहीं किया है। हाथीबड़कला के गणेश प्रसाद की बेटी अमिता कैंथोला एक एजेंसी में काम करती है। वह एक दिसंबर को घर से ड्यूटी पर निकली थी। दोपहर 1.45 बजे युवती के पिता को फोन किया गया कि वह झुलस गई है। फोन करने वाले ने अपना नाम आकाश बताया।

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युवती के पिता का कहना है कि आकाश उसके रुपये नहीं दे रहा था, जिस कारण उससे बेटी का विवाद चल रहा था। आरोप है कि आकाश ने युवती को आग लगाई और गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती भी करा दिया। तब से युवती का उपचार चल रहा है। युवती के पिता ने पहले पटेलनगर थाने और फिर एसएसपी कार्यालय में तहरीर दी। हालांकि, इस मामले में बुधवार रात तक केस दर्ज नहीं हुआ। जबकि, युवती के पिता ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं।

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पुलिस ने कहा- जांच के बाद दर्ज करेंगे मुकदमा

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दूसरी ओर, इंस्पेक्टर पटेलनगर संजय कुमार ने कहा है कि जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इससे युवती के परिजन आहत हैं। उन्होंने बताया कि युवती अभी इस घटना को लेकर कुछ बोल भी नहीं पा रही है।

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किशोरी ने अदालत में बयान बदला दोषमुक्त हो गया पॉक्सो का आरोपी

किशोरी और उसके परिजन ट्रायल के दौरान कोर्ट में अपने बयान से पलट गए। पॉक्सो कोर्ट की जज अर्चना सागर ने इस आधार पर आरोपी को दोषमुक्त करार देते हुए बरी किया। बचाव पक्ष के अधिवक्ता आशुतोष गुलाटी ने बताया कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर 28 मार्च 2021 को रायपुर थाने में केस दर्ज किया गया। आरोप था कि केस दर्ज कराने से एक दिन पहले मेला देखने गई उनकी बेटी को गुलाम मो. निवासी जोगीपुरा, नमजे हिंद कॉलोनी बिजनौरी यूपी अपने साथ लेकर गया।

आरोप था कि उसने छेड़छाड़ की। पुलिस ने आरोपी को केस दर्ज करने अगले दिन गिरफ्तार किया। 27 मई 2021 को कोर्ट में चार्जशीट फाइल हुई। इसके बाद चार्ज फ्रेम होने पर ट्रायल शुरू हुआ। कोर्ट में पीड़िता, उसके पिता और मां के बयान दर्ज किए गए। तीनों छेड़छाड़ की घटना की पुष्टि से इनकार किया। इसका लाभ आरोपी को मिला।

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