शुक्रवार की सुबह कांवड़ यात्री और क्षेत्र के लोग काशिल देव मंदिर के प्रांगण में एकत्र हुए। विधि विधान से काशिल देव की पूजा की। यहां से ढोल नगाड़ों के साथ मां भगवती मंदिर और शिवालय में पूजा अर्चना की गई। कांवड़ यात्रियों ने सरयू आरती की और सरयू का पावन जल अपने साथ लिया। जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव और 103 वर्षीय पूर्व ग्राम प्रधान नारायण सिंह कपकोटी ने दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यात्री बागेश्वर, गरुड़, कर्णप्रयाग, देवप्रयाग होते हुए ऋषिकेश में रात्रि विश्राम करेंगे। शनिवार को यात्रा हरिद्वार पहुंचेगी। यात्री हरिद्वार के शिव मंदिरों में सरयू का पावन जल अर्पित करेंगे और गंगा का जल लेकर वापस लौटेंगे। वापस लौटकर यात्री बैजनाथ, बागनाथ और कपकोट के शिवालय में गंगाजल से अभिषेक करेंगे। इस मौके पर पूर्व प्रधान गणेश उपाध्याय,सभासद तनुज तिरुवा, गिरीश जोशी, ओम प्रकाश ऐठानी, चंद्र सिंह, बसंत बल्लभ, चंद्रशेखर जोशी, महिमन कपकोटी, नरेश कपकोटी आदि मौजूद रहे।