मुनस्यारी (पिथौरागढ़)। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बहुप्रतीक्षित धापा-मिलम 65 किमी मोटर मार्ग का कार्य तेजी से चल रहा है। सड़क का कार्य पूरा होने के बाद चीन सीमा के गांवों में पहुंचने के लिए ग्रामीणों को आवागमन में काफी सुविधा होगी।धापा से स्यूनी तक 24 किमी का कार्य एबीसीआई कंपनी के पास है। इसमें लगभग 23 किमी सड़क अब तक कंपनी काट चुकी है। सड़क कटिंग के साथ ही सोलिंग और डामरीकरण का कार्य भी किया जा रहा है।
अब तक कंपनी ने लगभग 18 किमी हिस्से में डामरीकरण भी कर दिया है। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर केशव जोशी का कहना है कि जून तक 24 किमी सड़क का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। छोर से मिलम से स्यूनी की ओर लगभग 41 किमी सड़क कटिंग का कार्य खुद 83 आरसीसी बीआरओ कर रही है। इसमें से करीब 40 किमी सड़क कटिंग का कार्य हो चुका है। सड़क कटिंग का मलबा रेलगाड़ी झूलापुल में गिराया जा रहा है। इससे आईटीबीपी, सेना एवं माइग्रेशन पर जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसका ठीकरा बीआरओ और लोनिवि एक दूसरे पर फोड़ रहे हैं। यदि रेलगाड़ी झूलापुल में मलबा डालने से नहीं रोका गया तो माइग्रेशन पर जाने वालों के लिए काफी मुश्किलें होंगी।
मल्ला जोहार के इन गांवों में होता है माइग्रेशन
मुनस्यारी। चीन सीमा से लगे मल्ला जोहार के 13 गांव मिलम, मर्तोली, पांछू, बिल्जू, मापा, गनघर, ल्वा, टोला, खिलांस, बुर्फू, रिलकोट, लास्पा और सुमतू में ग्रामीण ग्रीष्मकालीन प्रवास पर अक्तूबर तक रहते हैं। इस दौरान वह गांवों में खेती करते हैं। साथ ही सीमा की निगहबानी के लिए सुरक्षा एजेंसियां उच्च हिमालयी क्षेत्र में पहुंचती हैं।